फैक्ट चेक: बांग्लादेश की मस्जिद में आया रिकॉर्ड दान, सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर बताया गया शिरडी साईं बाबा मंदिर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-17 13:30 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया में रोज कुछ न कुछ झूठ परोसा जाता है और उसका वीडियो इतनी तेजी से वायरल होता है कि यूजर भी उसकी सच्चाई जाने बिना उसे सच मान लेते हैं। आजकल एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया में बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के शिरडी साईं बाबा मंदिर में जो हिंदू लोग दान देते हैं, वो मुस्लिमों के हवाले कर दिया जाता है। इसके अलावा वीडियो में ऐसा भी दिखाया गया है कि कुछ लोग अपने सिर पर बोरियां ढो रहे हैं। और इन बोरियों को खोलने पर बहुत सारा पैसा निकलता है, जिसे लाइन में बैठे मुस्लिम लोग जो टोपी पहने हैं वे लोग गिन रहे हैं। इस वीडियो को बहुत लोग सोशल मीडिया में शेयर कर रहे हैं।

एक यूजर ने ट्विटर पर इसे शेयर करते हुए लिखा, शिरडी सांई की झोली में डाली गई हिन्दुओं की कमाई कहां जा रही है, खुद ही देख लो।

लेकिन फैक्ट चेक में हमने पाया कि वायरल वीडियो शिरडी साईं बाबा मंदिर का नहीं, बल्कि बांग्लादेश के किशोरगंज शहर में स्थित पगला मस्जिद का है। जहां तीन महीने बाद दान पात्र खुला तो वहां आए पैसों से 20 बोरे भर गए। ये अब तक की सबसे बड़ी रकम थी।

ऐसे खुला राज

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इसके बारे में जानकारी एकत्रित की। वीडियो को देखने पर हमने पाया कि जिन बोरियों में से रुपए निकाले जा रहे हैं उस पर कुछ लिखा गया है। ध्यान से देखने पर हमें चला कि बोरी पर बांग्ला भाषा में 'ब्रॉइलर ग्रोअर फ़ीड'  लिखा गया है। हमनें इस बात से अंदाजा लगाया गया कि यह वीडियो या तो पश्चिम बंगाल का या फिर बांग्लादेश का हो सकता है। जब हमनें कीवर्ड से सर्च किया तो हमें बांग्ला न्यूज वेबसाइट ‘प्रोथम आलो’ में छपी एक रिपोर्ट मिली जो सात जनवरी 2023 को प्रकाशित हुई थी।


 



रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के किशोरगंज की पगला मस्जिद में तीन महीने बाद दान पात्र खोला गया तो वहां दान किए गए पैसों से 20 बोरे भर गए। रिपोर्ट के अनुसार, ये यहां दान की गई अब तक की सबसे बड़ी रकम थी। आप दान का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि दान में आए पैसों की गिनती कम से कम तीन दिनों तक चली थी। मस्जिद के आठ दानपात्र हर तीसरे महीने खोले जाते हैं। रिपोर्ट में आगे यह भी बताया गया है कि गिनती करने का ये काम मदरसे के 112 छात्र, 50 बैंककर्मी, 34 मस्जिद समिति के सदस्य और 10 पुलिसकर्मी कर रहे थे। हमें यह खबर अन्य वेबसाइटों पर भी मिली।

इस तरह हमारे द्वारा की गई पड़ताल से यह बात स्पष्ट हो गई कि वायरल वीडियो का शिरडी के साईं बाबा मंदिर से कुछ लेना-देना नहीं है। इस तरह के एंगल से वीडियो शेयर करके समाज में दरार पैदा करने की कोशिश की जा रही है। जिससे हमें और आप को सतर्क रहने की जरूरत हैं। 

Tags:    

Similar News